लग्न को जन्म कुंडली के निर्माण का प्रारम्भ बिंदु माना गया है. लग्न कुंडली को हे जातक का शरीर माना गया है. लग्न को अंग्रेजी भाषा में ascendent कहा जाता है . आकाश में दिखने वाली बारह राशियाँ ही बारह लग्न हैं. जन्म कुंडली के प्रथम भाव या पहले घर को ही लग्न कहते हैं. दिन और रात मिलाकर60 घटी होती हैं इन 60 घटी में बारह लग्न तो एक लग्न लगभग ढाई घटी का माना जाता है.
लग्न कुंडली हे जन्म पत्रिका का आधार मानी गयी है. इसको बारह भागों में बांटा गया है जो इसके बारह भाव कहलाते हैं. सभी भाव व्यक्ति के जीवन से जुड़े विभिन्न पहलुओं को दर्शाते हैं . आइये जाने लग्न पर विभिन्न ग्रहों का आपके जीवन पर क्या प्रभाव पड़ता है.