‘अंगारक योग’ 18 मई से 7 जून तक विशेष प्रभावशाली रहेगा. इस समय मंगल राहू की युति राहू की नक्षत्र में रहेगी तथा वक्री शनि की पूर्ण दृष्टि पड़ेगी. 15 जून से सूर्य भी मिथुन में होगा अतः ‘पूर्ण अंगारक योग’ बनेगा.
मेष : यह युति आपके अन्दर भय व्याप्त करेगी. करीबियों से विवाद होने की संभावना बनेगी . सोच में बहुत अस्थिरता रहेगी तथा करीबियों से धोखा भी मिल सकता है. गलत लोगों से विवाद होगा . भाग्य में उथल – पुथल रहेगी. इस समय आपको अपना मूल्यांकन ठीक प्रकार से करना होगा . परिस्थितियों के कारण आप भ्रमित हो सकते हैं .
वृष: खर्च आमदनी से अथिक होंगे तथा अत्यधिक खर्च से परेशानी बढ़ेगी . मानसिक परेशानी के कारण अपने आपको उलझा हुआ महसूस करेंगे . प्रयास करें कि किसी भी कीमत पर शुभ और सत्य बोलें क्योंकि उतावलापन और बेचैनी बढ़ेगी . आँखों की समस्या उतपन्न हो सकती है मन को शांत रखने का प्रयास करें
मिथुन: आपके स्वभाव में हठ और जिद में बहुत वृद्धि हो सकती है , क्रोध हमेशा बना रहेगा , कार्य स्थल पर वाद विवाद या हानि की सम्भावना है. इस समय जमीन जायदाद ना लेने की सलाह है क्योंकि यह समय विवदास्पद रहेगा . अन्याय के साथ ना खड़े हों भारी कीमत चुकानी पड़ेगी. पूर्व में किये गलत कार्यों सा गलत साथ का भुगतान करना पद सकता है.
कर्क : वाणी पर नियंत्रण रखें , बुरा बोल कर पछतायेंगे. खर्च अप्रत्याशित होंगे. इस समय जनेंद्रियों में अचानक समस्या आ सकती है . बुरे सपने आयेंगे. अपने व्यवहार से करीबियों को आप दुखी कर सकते हैं से अतः वाणी और व्यवहार से सतर्क रहें .
सिंह : आय तथा पुरुषार्थ में वृद्धि होगी . लायजनिंग से जुड़े कार्य करने वालों को विशेष सफलता . यह समय भाइयों के साथ अनबन करा सकता है . शिक्षा में व्यवधान आएगा . हालाँकि शत्रु परास्त होंगे तह पुराने चले आ रहे कर्ज से मुक्ति मिलेगी . भाग्य वश कोई बड़ी सफलता मिलने का योग बन रहा है.
कन्या: इस समय जबरदस्त राजयोग बनेगा . पद – प्रतिष्ठा में अप्रत्याशित वृद्धि के साथ साथ आय में भी वृद्धि के योग हैं. हालाँकि खर्च भी उसके अनुरूप रहेगा . शिक्षा में सफलता मिलेगी तथा संतान से प्रसन्नता . कुल मिलकर सबसे शुभ परिणाम मिलने की सम्भावना परन्तु प्रतिद्वंदी बेहद शक्तिशाली होंगे इस बात का ध्यान रखकर ही किसी विवाद में पड़े .
तुला : यह समय भाग्य में बड़ी बाधा उत्पन्न करेगा , आगजनी इत्यादि से हानि होने की संभावना रहेगी . बहुमूल्य वस्तुओं के नष्ट होने का भय तथा पराक्रम और क्रोध में वृद्धि होगी. अत्यधिक खर्च परन्तु संपत्ति की सम्भावना भी रहेगी . कुल मिलकर इस समय बहुत सावधानी बरतें .
वृश्चिक: आपके लिए यह युति अष्टम में यह अंगारक योग बना रही है . स्वास्थ्य के लिए यह समय प्रतिकूल है चोट लगने की सम्भावना रहेगी . भ्रमित होकर आप धन खर्च कर सकते हैं . टोने – टोटके और तंत्र इत्यादि में रूचि बढ़ेगी और गलत लोगों के चक्कर में भी फंस सकते हैं . आय बढ़ेगी लेकिन संघर्ष के साथ.
धनु : सप्तम में ‘अंगारक योग’ बन रहा है , व्यक्तिगत जीवन नारकीय हो सकता है , कार्य – व्यापार में भारी बाधा का योग बनेगा. स्थान परिवर्तन हो सकता है , कार्य क्षेत्र में बदलाव और चोट – चपेट की सम्भावना रहेगी.
मकर: छठे भाव में यह योग बन रहा है , बेहद संघर्ष की स्थिति उतपन्न हो सकती है . आपकी सोच दूसरों को हानि पहुचाने वाली होगी . शत्रु भी बहुत होंगे , आत्मबल खूब रहेगा लेकिन अधिकांश परिश्रम निरर्थक जायेंगे . माता के सुख में कमी तथा रक्त सम्बन्धी बीमारियाँ बढ़ सकती हैं शारीरिक कष्ट की भी प्रबल सम्भावना रहेगी अतः सावधान रहें.
कुंभ: आपके पंचम में यह योग बन रहा है अतः क्रोध की अधिकता , चिडचिडापन बढ़ सकता है . अनिर्णय की स्थिति रहेगी . किसी भी निर्णय तक पहुँचाना आपके लिए कठिन हो जायेगा. तर्क अधिक करेंगे तथा सोच में नकारात्मकता बढ़ेगी. संतान से कष्ट होगा तथा गर्भवती महिलाओ के लिए सावधानी बरतने का समय है.
मीन: आपके चतुर्थ भाव में ‘अंगारक योग’ बन रहा है. पारिवारिक जीवन में क्लेश तथा शुभ कार्यों में बाधा आ सकती है. माता के स्वास्थ्य में भारी समस्या की सम्भावना बनेगी. वाहन दुर्घटना का योग बन रहा है ,सतर्क रहें. यह समय आय में अप्रत्याशित वृद्धि करेगा . कार्यों में किये गये प्रयास विफल नहीं जायेंगे.