Safla Ekadashi Vrat / सफला एकादशी व्रत
पौष माह कि कृष्ण पक्ष में पड़ने वाली एकादशी को सफला एकादशी के नाम से जाना जाता है. सफला एकादशी के देवता श्री नारायण हैं. सभी एकादशियों में सफला एकादशी को श्रेष्ठ माना जाता है. पौराणिक मान्यताओं के अनुसार जो मनुष्य एकादशी का व्रत नियमित रखते हैं उनपर भगवान् श्री नारायण की कृपा सदैव बनी रहती हैं.
सफला एकादशी में भगवन विष्णु की पूजा नारियल , लौंग , बेर , अनार , सुपारी आदि से की जाती है. पूजा के उपरान्त रात्रि को जागरण का विधान है.
सागार: सफला एकादशी व्रत में तिल और गुड़ का सागार लिया जाता है.
फल: इस एकादशी का फल पांच हाजार वर्षों की तपस्या के समान है.