जीवितपुत्रिका व्रत तिथि 2017 जानने के लिए क्लिक करें
अष्टमी तिथि: 23 सितम्बर 4:18 से 24 सितम्बर 02:40
यह व्रत आश्विन मास के कृष्ण-पक्ष की अष्टमी को किया जाता हैं. जीवित्पुत्रिका व्रत भारत में बिहार, झारखंड , उत्तर प्रदेश तथा नेपाल में लोकप्रिय है. यह व्रत मुख्यतः स्त्रियाँ अपनी संतान की लम्बी आयु के लिए रखती हैं. आज के दिन सूर्य नारायण की पूजा की जाती है . भगवान् सूर्य की मूर्ति को भी स्नान करवा कर बाजारा और चने से बने पदार्थों का भोग लगाया जाता है. प्रसाद में भी खड़े फल ही दीये जाते हैं.
इस व्रत को करने से जिनके पुत्र जीवित न रहते हो (अल्पायु में जिनकी मृत्यु हो जाती हो) वे जीवित रहने लगते . साथ ही मृतवत्सा (बच्चो को मरण) दोष दूर हो जाता हैं .