लग्न स्वामी : शुक्र
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लग्न तत्व: पृथ्वी
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लग्न चिन्ह : वृषभ(बैल)
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लग्न स्वरुप: स्थिर
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लग्न स्वभाव: सौम्य
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लग्न उदय: दक्षिण
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लग्न प्रकृति: वात प्रकृति
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जीवन रत्न: हीरा
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अराध्य:भगवान् विष्णु, श्री लक्ष्मी
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लग्न धातु:
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अनुकूल रंग:हरा,हल्का नीला,श्वेत
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लग्न जाति: वैश्य
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शुभ दिन: शुक्रवार,शनिवार
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शुभ अंक: 6
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जातक विशेषता: दयालु
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मित्र लग्न : मकर, कन्या
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शत्रु लग्न : तुला , धनु
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लग्न लिंग: स्त्री
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लग्न स्वामी शुक्र होने के कारण वृषभ लग्न के जातक प्रायः गौरवर्ण एवं दिखने में आकर्षक और सुंदर होते हैं. शारीरिक रूप से पुष्ट, मस्त चाल एवं मज़बूत कद काठी के स्वामी होते हैं. वृषभ लग्न के जातक स्वाभिमानी एवं स्वछन्द विचारो वाले होते हैं . शीतल स्वभाव इनकी विशेषता कही जा सकती है.
स्वाभाव से दयालु एवं सहनशील वृषभ लग्न के जातकों की वाणी में प्रायः मधुरता रहती है. आकर्षक व्यक्तित्व होने के कारण आप सामने वाले को तुरंत हे प्रभावित कर लेते हैं. स्वास्थ्य भी प्रायः अच्छा रहता है तथा मानसिक रूप से भी वृषभ लग्न के जातक संतुष्ट रहते हैं.
आप एक परिश्रमी जातक हैं . शारीरिक परिश्रम से आप कभी भी नहीं घबराते और इसी अपूर्व क्षमता के बल पर जीवन में उन्नति करते हैं. शुक्र एक ऐश्वर्यशाली एवं विलासपूर्ण ग्रह है और वृषभ लग्न का स्वामी होने के कारण आपको भी सुख, ऐश्वर्य एवं वैभव प्रदान करता है. आप अपनी योग्यता और परिश्रम के कारण ही किसी उच्च पद या समाज में प्रतिष्ठित स्थान प्राप्त करते हैं. अपने सद्गुणों के कारण आप अपने से बड़ो के प्रिय होते हैं.
इस लग्न के जातक अपनी शोध प्रवृत्ति के कारण नित नवीन खोज में लगे रहते हैं. अड़ियल स्वभाव के कारण जो ठान लेते हैं उसे पूरा कर के सांस लेते हैं. शासन करने की क्षमता वृषभ लग्न के जातकों में जन्मजात होती है परन्तु संतान की ओर से परः दुखी रहते हैं.
वृषभ लग्न के जातक साहसी एवं पराक्रमी होने के साथ साथ सहनशील एवं शांति प्रिय होते हैं. आकर्षक व्यक्तित्व के साथ वाक्पटुता के कारण आप अपने जीवन में सांसारिक कार्यों को सिद्ध करने में सफल होते हैं. विद्वान् पुरुष होने के कारण वृषभ लग्न के जातकों को विभिन्न कलाओं, संगीत एवं साहित्य का उचित ज्ञान भी रहता है. यदि इन क्षेत्रों में आप कार्य करे तो सफलता शीघ्र ही अर्जित करेंगे.
वृषभ लग्न के जातकों को हर समय कुछ न कुछ करते रहने की धुन सवार रहती है. खाली बैठना आपको कटाई पसंद नहीं है. निरंतर कोई न कोई योजना बनाकर उसे कार्यरूप देने का प्रयास आप करते रहते हैं. यदि कोई भूलवश अनुचित कार्य आपसे हो जाये तो घंटों पछताना आपका स्वभाव है.
वृषभ लग्न के जातक विचारों से सात्विक, कश्मशील एवं परोपकारी होते हैं. बहुमुखी प्रतिभा के धनि , प्रबल इच्छाशक्ति और धैर्यवान होने के कारण आपकी उन्नति प्रायः धीमी गति से होती है. भूमि प्रधान तत्व होने के कारन वृषभ राशि के जातक मशीनरी या भूमि सम्बन्धी कारोबार में विशेष रूचि रखते हैं.
सावधानी: तुला और धनु लग्न के जातकों से हानि का खतरा.