25 मार्च (बुधवार) प्रतिपदा | घट स्थापन एव माँ शैलपुत्री पूजा |
26 मार्च (गुरुवार) द्वितीया | माँ ब्रह्मचारिणी पूजा |
27 मार्च (शुक्रवार) तृतीया | माँ चंद्रघंटा पूजा |
28 मार्च (शनिवार) चतुर्थी | माँ कुष्मांडा पूजा |
29 मार्च (रविवार) पंचमी | माँ स्कंदमाता पूजा |
30 मार्च (सोमवार) षष्ठी | माँ कात्यायनी पूजा |
31 मार्च (मंगलवार) सप्तमी | कालरात्रि पूजा |
1 अप्रैल (बुधवार) अष्टमी | माँ महागौरी पूजा, दुर्गा अष्टमी |
2 अप्रैल (गुरुवार) नवमी | राम नवमी |
3 अप्रैल (शुक्रवार) दशमी | नवरात्री पारण |
नवरात्रों में माँ भगवती की आराधना दुर्गा सप्तसती से की जाती है , परन्तु यदि समयाभाव है तो भगवान् शिव रचित सप्तश्लोकी दुर्गा का पाठ अत्यंत ही प्रभाव शाली एवं दुर्गा सप्तसती का सम्पूर्ण फल प्रदान करने वाला है.