वैवाहिक जीवन यदि सुखमय नहीं है तो जीवन अत्यंत ही कठिन हो जाता है , इससे केवल पति – पत्नी ही परेशान नहीं होते बल्कि उनका पूरा परिवार इस समस्या से प्रभावित हो जाता है . कई बार देखा जाता है कि कुंडली में एक से अधिक दोष उपस्थित हैं तो ऐसे में क्या समाधान करे कोई ?
उपचार : वैसे तो सामान्य अवस्था में यदि विवाह से पूर्व दोष की जानकारी हो जाये तो जिस ग्रह के कारण समस्या उत्पन्न होने का अंदेशा हो उसकी शांति कराना पर्याप्त होता है , परन्तु यदि विवाह हो चुका हो या एक से अधिक कारण हों तो माँ कात्यायनी का अनुष्ठान , विवाह बाधा को दूर करने का सर्वोत्तम उपाय है .
कब करें : वैसे तो माँ कात्यायनी का अनुष्ठान किसी भी माह के प्रथमा तिथि से लेकर नवमी तिथि के बीच किया जा सकता है इसके अलावा प्रत्येक शुक्रवार के दिन से भी अनुष्ठान प्रारंभ कर सकते हैं इसके अलावा नवरात्र का समय भी सर्वोत्तम होता है .
मात्रा : माँ कात्यायनी का अनुष्ठान कम से कम 3 दिन का और अधिकतम 9 दिनों का किया जाता है
दक्षिणा राशी :
माँ कात्यायनी अनुष्ठान (3 दिवसीय) | Rs. 21,000/- or 350 USD | Request Now |
माँ कात्यायनी अनुष्ठान (9 दिवसीय) | Rs. 51,000/- or 850 USD | Request Now |