" ज्योतिष भाग्य नहीं बदलता बल्कि कर्म पथ बताता है , और सही कर्म से भाग्य को बदला जा सकता है इसमें कोई संदेह नहीं है "- पं. दीपक दूबे
" ज्योतिष भाग्य नहीं बदलता बल्कि कर्म पथ बताता है , और सही कर्म से भाग्य को बदला जा सकता है इसमें कोई संदेह नहीं है "- पं. दीपक दूबे
Pt Deepak Dubey

Mercury Transit In Aries/ Mercury Transit In Mesh Rashi 

बुध का राशि परिवर्तन/ बुध का मेष राशि में गोचर 

27 मार्च 2017 , प्रातः  7:44

बुध राशि परिवर्तन का आपकी राशि पर प्रभाव 

देखें विडियो 

मेष : तृतीयेश – षष्टेश बुध लग्न में आएगा, अतः बौद्धिक क्षमता अद्भुत होगी लेकिन कुछ उतावलापन भी रहेगा , स्वास्थ्य के लिए यह बहुत ठीक नहीं है , एसिडिटी की समस्या बढ़ सकती है . इस समय आप सलाह अच्छी  देंगे . आर्थिक मामलों के लिए यह स्थिति बहुत अच्छी नहीं है परन्तु शिक्षा – प्रतियोगिता या साक्षत्कार के लिए यह उत्तम है.

वृष : लाभेश और पंचमेश के द्वादश भाव में आने से यह दुःख सूचक योग ही बनाएगा , गलत निर्णय के कारण आर्थिक हानि करा सकता है , शिक्षा -प्रतियोगिता  में बहुत प्रयास के बाद सफलता मिलेगी, जिनकी कुंडली में जन्म के समय बुध द्वादश में है उनको बहुत परेशानी होगी .

चैत्र नवरात्र : जाने नवरात्र से सम्बंधित देवी, ध्यान मंत्र, रंग और ग्रह शांति

मिथुन :  लग्नेश और सुखेश बुध एकादश भाव में आ रहा है ,अतः आर्थिक मालों में अद्भुत सफलता मिलेगी , शिक्षा और प्रतियोगिता के लिए भी यह समय अत्यंत अनुकूल रहेगा , निर्णय क्षमता अद्भुत रहेगी और आप सलाह भी  अत्यंत ही बेहतर देंगे . नए कार्यों के लिए भी बेहतर समय रहेगा लाभ उठायें

कर्क : कर्क लग्न के जातकों के लिए बुध द्वादश और तृतीय भाव का स्वामी है जिसके दशम भाव में आने से बाहरी मामलों में और बाहरी लोगों से बहुत सहयोग मिलेगा भूमि – भवन में इस समय धन न लगायें अन्यथा हानि होने की पूरी संभावना बनेगी . उच्च अधिकारियों  से सहयोग प्राप्त होगा , पारिवारिक मामलों में सोचेंगे अधिक परन्तु कितना कर पाएंगे, यह संदेहास्पद है.

 वैदिक पूजा /अनुष्ठान कराने हेतु यहाँ क्लिक करें !

सिंह : सिंह लग्न के जातकों के लिए बुध आर्थिक मामलों के लिए सबसे अधिक महत्वपूर्ण ग्रह है क्योंकि यह दूसरे और एकादश भाव का स्वामी है , यह सिंह लग्न के लिए नवम भाव में आयेगा , भाग्य स्थान पर आयेश का आना सुखद है आर्थिक मालों में यह अत्यंत ही लाभकारी है थोड़ी स्वेछाचारिता बढ़ेगी . आप अपने  ही मन की करेंगे दूसरों की नहीं सुनेगे. और इस  समय मेहनत की अपेक्षा बुद्धि से अधिक लाभ प्राप्त करेंगे .

कन्या : कन्या लग्न के जातकों के लिए बुध लग्नेश और दशमेश है , अष्टम भाव में आने से शुभ फल नहीं प्राप्त होंगे . ऐसे में कुटनीतिक बल की वृद्धि होगी और कूटनीति से शत्रुओं को परस्त करेंगे . इस समय शत्रुओं के कारण या बीमारी के कारण धन खर्च होगा . आर्थिक लाभ के लिए अथक परिश्रम करना पड़ेगा . प्रयास करें की उच्च अधिकारीयों से तनाव ना हो , इस समय पद हानि का योग भी बनेगा .

जानिये मार्च माह में आने वाले व्रत एवं त्यौहार 

तुला : भाग्येश और द्वादशेश बुध आपके सप्तम भाव में आएगा . जीवन साथी के कारण लाभ की स्थिति बनेगी , यदि शादीशुदा है तो अपने जीवन साथी के सहयोग और सलाह से काम करें, लाभ मिलेगा वैसे इस बुध का एक नकारात्मक प्रभाव यह है कि इस समय आप किसी की बात नहीं सुनेगें और अपने  मन की करेंगे परन्तु यदि सुनेगे तो लाभ में रहेंगे …. बाकी आप पर निर्भर है.

वृश्चिकअष्टमेश तथा लाभेश के छठे भाव में आने से आर्थिक हानि का प्रबल योग बनेगा वैसे कोई लम्बी बीमारी हो तो उससे राहत भी मिलेगी परन्तु बौद्धिक क्षमता प्रभावित  रहेगी और निर्णय लेने में कठिनाई होगी .यह समय मिश्रित परिणाम देने वाला होगा . अनावश्यक के तनाव बढ़ेंगे , खर्च की भी भरमार  होगी , कर्ज भी लेना पड़ सकता है और  स्थान परिवर्तन भी संभव है .

जानिये “अमालकी एकादशी” में आंवले की पूजा का महत्व 

धनु :  सप्तमेश और दशमेश बुध आपके पंचम भाव में आ रहा है अतः सलाह देने की क्षमता अद्भुत रहेगी परन्तु आर्थिक मामलों में संघर्ष की स्थिति भी उत्पन्न होगी , स्वयं के प्रति अधिक जागरूक हो जायेंगे परन्तु दूसरों की उपेक्षा भी करेंगे , यात्रा से लाभ होगा , शिक्षा में सफलता मिलेगा परन्तु संतान के सन्दर्भ में कुछ परेशानी भी होगी.

मकर :षष्टेश और भाग्येश बुध अब आपके चतुर्थ भाव में आ रहा है अतः यह आपसे अधिक आपके माता पिता के लिए लाभकारी है , आपके लिए भूमि से सम्बंधित कार्यों में बहुत लाभ देगा , परिवार से किसी कारण से दूर जाना पड़ सकता है यह बुध कार्य व्यापार में बहुत लाभ देगा अतः उत्तम है

वैवाहिक जीवन में समस्या हो तो “माँ कात्यायनी अनुष्ठान” के लिए यहाँ क्लिक करें 

कुम्भ :  कुम्भ लग्न के जातकों के लिए बुध अष्टम और पंचम भाव का स्वामी है , यह अब आपके तीसरे भाव में आने वाला है अतः यह आपको निरोगी बनाएगा साथ ही मेहनत और बुद्धि का अदभुद सामंजस्य भी देगा , लेकिन करीबियों से कुछ कष्ट भी देगा , दूसरों की बातों को अपने तक ही रखें तो बेहतर है . इस समय कुछ आर्थिक कठिनाइयों का अनुभव होगा साथ ही पारिवारिक सुख में कुछ न्यूनता रहेगी .

मीनमीन लग्न के जातकों के लिए बुध चतुर्थ और सप्तम भाव का स्वामी है जो अब आपके दूसरे भाव में प्रवेश कर रहा है वैवाहिक जीवन के लिए बुध की यह स्थिति ठीक नहीं है , रिश्तों में तनाव उत्पन्न हो सक्कता है या जीवन साथी के किसी अप्रत्याशित कारणों से धन की हानि हो सकती है, यदि पिता का स्वास्थ्य ठीक नहीं हो तो थोडा अधिक सतर्क हो जायें क्योंकि इस समय रोग ठीक होने में समय लग सकता है  . वैसे इस बुध के कारण आपके अन्दर उत्साह और आत्मबल अद्भुत होगा .

बुध से सम्बंधित उपचार 

  • गाय को हरा चारा खिलाएं
  • गणेश भगवान् को दूब अर्पित करें और उनकी आराधना करें
  • बुध कुंडली में वक्री हों तो परिणामों को विपरीत समझें
  • बुध कमजोर हो तो  हरी सब्जियों का सेवन करें
  • अत्यधिक परेशानी की अवस्था में बुध की वैदिक शांति कराएँ .

               

शुभम भवतु 

ज्योतिर्विद पं. दीपक दूबे  <View Profile>


Puja of this Month
New Arrivals
Copyright © 2017 astrotips.in. All Rights Reserved.
Design & Developed by : v2Web