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मेष : सूर्य आपके छठे भाव में प्रवेश करेगा . सूर्य मेष लग्न वालों के लिए पंचमेश है और शुभ है परन्तु छठे भाव में आना उतना शुभ नहीं है . खुद की शिक्षा तथा ज्ञान के लिए अवरोधक है साथ ही संतान के लिए कुछ कष्टकारी होगा. वैसे यह आपकी प्रवृति अपने परिवार के देखभाल की ओर बढायेगा . आपके पिता के लिए यह समय शुभ होगा . सरकारी मामलों में इस समय ना उलझे. नौकरों से सावधान रहें . इस समय कुछ बेफिक्री सी रहेगी विशेष कर आर्थिक मामलों में.
वृष : सूर्य आपके पंचम भाव में प्रवेश करेगा , चतुर्थेश का पंचम में आना वह भी सूर्य का ! आपको बहुत लाभ देगा विशेष कर बौद्धिक मामलों में . दूर दृष्टि और आध्यात्मिकता को बहुत बल देगा . शिक्षा – प्रतियोगिता में खूब सफलता मिलेगी. बुद्धि के बल पर बहुत से कार्यों को सुलझाने में सफलता मिलेगी . परिवार में सुख – सुविधाओं की वृद्धि होगी . न्याय के पथ पर रहेंगे और इस समय दूसरों की खूब मदद करेंगे .
मिथुन : सूर्य आपके चतुर्थ भाव में प्रवेश कर रहा है , सूर्य के इस गोचर में आपके पराक्रम और तेज की वृद्धि होगी , भू –संपत्ति खरीदने के अवसर उत्पन्न होंगे . इस समय आप स्वयं के कमाए हुए धन का बहुत लाभ नहीं ले पायेंगे बल्कि दूसरों पर व्यय अधिक करेंगे . कुछ लोग इस समय अपनी आजीविका के साधन को झटके से बदल सकते हैं या बदलने पर विचार कर सकते हैं . राजनीती से जुड़े लोगों को विशेष लाभ और सम्मान प्राप्त हो सकता है .
कर्क : सूर्य आपके तीसरे भाव में प्रवेश कर रहा है , यहाँ यह मध्यम परिणाम देने वाला होगा. जहाँ एक और यह आपकी आर्थिक उन्नति करेगा वहीँ पैतृक संपत्ति में विवाद भी उत्पन्न करेगा . यह सूर्य आपके पिता से संबंधों को बेहतर बनायेगा लेकिन यदि स्थायी नौकरी की तलाश में हैं तो थोड़ी बाधा आएगी . भाइयों के साथ सम्बन्ध बिगड़ सकता है.
सिंह : सूर्य आपके लिए लग्नेश है और यह अब आपके दूसरे भाव में प्रवेश करेगा . यह सूर्य आपकी बुद्धि और विद्या का विकास करेगा . इस समय स्व-परिश्रम से किये हुए आर्थिक प्रयास बहुत फलदायी होंगे . इस समय आप अपने कर्जों को चुका पाएंगे , शत्रुओं को परस्त करेंगे तथा निरोगी होंगे परन्तु यह अपने जीवन साथी से विवाद करा सकता है साथ ही यदि कोई विवाद न्यायलय में है तो बहुत धन खर्च कराएगा . जमीन सम्बन्धी विवाद में भी अधिक धन व्यय होने की सम्भावना बनेगी . इस समय आपको उच्च पद प्राप्त हो सकता है परन्तु विरोधी भी लगातार परेशान करेंगे .
कन्या : कन्या लग्न के जातकों के लिए सूर्य द्वादश भाव का स्वामी है जो अब आपके लग्न में आ रहा है वैसे तो यह बुध का मित्र है और प्रसन्न रहता है परन्तु यहाँ यह आपको कुछ हठी बनाएगा . इस समय बौद्धिक कार्य करने वालों की प्रतिभा खूब निखरेगी. इस समय मानसिक तनाव बढेगा . अन्याय के प्रति अधिक मुखर होंगे और जरा भी बर्दाश्त नहीं करेंगे. अनावश्यक के धन खर्च में जरा भी संकोच नहीं करेंगे और बिना सोचे – समझे धन खर्च करेंगे . शिक्षा – प्रतियोगिता में भी कुछ लापरवाही होगी .
तुला : सूर्य आपके द्वादश भाव में प्रवेश कर रहा है . इस सूर्य की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि आपके देखे हुए सपने सच होंगे . इस समय आपका धन खर्च तो होगा परन्तु वह परोपकार में होगा , दूसरों की मदद में होगा , यात्रा में होगा और धार्मिक तथा सामाजिक गतिविधियों में होगा. विदेशों से जुड़े लोगों को बहुत लाभ देगा यह , कुछ लोगों को सुदूर देश में नौकरी भी मिल सकती है . सूर्य का यहाँ आना आंतरिक रूप से आपको आध्यात्मकिता का दर्शन कराने वाला होगा.
वृश्चिक : सूर्य का आपके एकादश भाव में आना अत्यंत ही शुभ है , पहले भी यह बहुत शुभ था परन्तु राहू की उपस्थिति के कारण यह दूषित था परन्तु अब यह शुभ परिणाम ही देगा . इस समय जिनका योग बना हो उन्हें उत्तम संतति की प्राप्ति हो सकती है . कार्य – व्यापार में नए अवसर उत्पन्न कराएगा यह सूर्य , पदोन्नति भी संभावित है. आपकी विचारधारा कम से कम सूर्य के कारण बहुत विस्तृत होगी अर्थात सबके कल्याण का सोचेंगे चाहे खुद की परिस्थिति जैसी भी हो .
धनु : सूर्य आपके दशम भाव में प्रवेश करेगा . यहाँ सिर्फ माता के स्वास्थ्य को छोड़ दिया जाये तो यह आपको चहुमुखी विकास और सम्मान देने में समर्थ है . खूब ख्याति होगी , पदोन्नति होना लगभग निश्चित ही है अर्थात यदि कोई बहुत ही प्रतिकूल ग्रह की दशा ना हो तो . इस समय अचल सम्पति बनने या प्राप्त होने की पूरी सम्भावना बनेगी . इस समय उच्च अधिकारीयों का खूब साथ मिलेगा . पिता से विचार मिलेंगे और बहुत से लोग मिलकर कुछ कार्य भी करेंगे . जिन लोगों का कार्य – व्यापर अपने पिता के साथ है उन्हें यह बहुत लाभ दिलाएगा .
मकर : आपके लिए सूर्य अष्टमेश है और लग्न के लिए शत्रुता का भाव रखता है , यह अब आपके नवम भाव में प्रवेश करेगा और अगले एक महीने तक यहीं बना रहेगा . सूर्य का यहाँ आना शुभता देने वाला नहीं है . दूसरे की संपत्ति , दूसरे की उन्नति के प्रति अधिक चिन्तन करेंगे बजाय खुद के . पराक्रम घटेगा और लालच बढ़ेगी . भाइयों के साथ तो रहेंगे परन्तु विचार नही मिलेंगे . कुछ नास्तिकता भी हावी रहेगी . भाग्य साथ नहीं देगी और हर कार्य में कुछ रूकावट का अनुभव करेंगे. इस समय हर बात को अविश्वसनीयता की दृष्टि से देखेंगे . आवश्यकता होगी की इस प्रकार के दुर्गुणों को हावी ना होने दें .
कुम्भ : सूर्य आपके सप्तम भाव का स्वामी है और यह अब आपके अष्टम में प्रवेश करेगा . यह भी स्थिति कोई शुभ सूचक नहीं है . जीवन साथी के स्वास्थ्य की समस्या उतपन्न हो सकती है . परिवार में तनाव बढेगा . हो सकता है कुछ लोग धन कमाने की चाहत में गलत कार्यों की और बढ़ जायें ! इस समय अपने से बड़ों से और शासन से सहयोग कम ही प्राप्त होगा . समाज में कहीं मान – प्रतिष्ठा धूमिल हो सकती है परन्तु यह आपके पूर्व के कार्यों पर निर्भर है. इस समय खर्च आवश्यकता से अधिक होगा और अपनी बायीं आँख को लेकर सतर्क रहें
मीन : : छठे भाव का स्वामी सूर्य आपके सप्तम में प्रवेश करेगा और सप्तमेश बुध इस समय वक्री होकर आपके छठे भाव में है अतः वैवाहिक जीवन में बहुत कलह और तनाव संभावित है . कुछ लोगो के रिश्ते टूट सकते हैं यदि दशा भी इन्ही ग्रहों की है तो . इस समय आपके साहस में वृद्धि होगी . पिता के साथ सम्बन्ध बेहतर रहेंगे परन्तु हो सकता है इसके कारण बहुत से लोगों को अपने जीवन साथी से तनाव भी झेलना पड़े. यह समय आपको मान – सम्मान दिलाने में समर्थ होगा. इस समय आर्थिक या व्यापरिक दृष्टिकोण से किये हुए प्रयास सफल होंगे .
Sun Transit 2016/Sun Transit In September 2016/ Sun In Virgo 2016/ Sun In Virgo/ सूर्य गोचर 2016/ सूर्य कन्या राशि में/ सूर्य कन्या में 2016