(भारतीय समयानुसार)
2018 में पहला सूर्य ग्रहण 15-16 फरवरी 2018 में होगा। यह ग्रहण साउथ अमेरिका, अटलांटिक, अर्जेंटीना , चिली इत्यादि में दिखाई देगा। भारत में सूर्य ग्रहण के नहीं दिखाई देने के कारण भारत में ग्रहण का सूतक काल शून्य रहेगा। ग्रहण एक खगोलीय घटना मात्र नहीं हैं जहां एक तरफ इसका वैज्ञानिक महत्व है तो वहीं दूसरी तरफ ज्योतिषाचार्यों के अनुसार यह एक आध्यात्मिक घटना होती है जिसका समस्त प्राणियों पर प्रभाव पड़ता है। विशेषकर सूर्य ग्रहण एवं चंद्र ग्रहण का। परंतु ऐसा नहीं है कि ग्रहण का सभी प्राणियों पर बुरा ही प्रभाव पड़ता है कुछ राशियों पर इस ग्रहण का अच्छा प्रभाव भी पड़ता है। इस वर्ष भी ग्रहण कुछ राशियों के लिए अच्छा समाचार ला रहे हैं तो कुछ राशि के लिए कुछ समस्याएं भी।
यदि आपकी कुंडली में ग्रहण दोष है तो “ग्रहण दोष शांति पूजा” के लिए यह दिन सर्वोत्तम है. “पितृ दोष शांति ” और “वैदिक सूर्य शांति पूजा ” के लिए भी यह दिन उपयुक्त माना जाता है. इस दिन किये गये कार्यों का प्रभाव कई गुना अधिक हो जाता है इसलिए मन्त्र सिद्धि और किसी भी तरह के धार्मिक अनुष्ठान करने के लिए ग्रहण का दिन अत्यंत ही उपयुक्त माना गया है.
दान : चावल , आटा , दाल , वस्त्र , फल इत्यादि का दान सर्वोत्तम
पढ़ें ‘राशिफल 2018‘ सफलता के सूत्र के साथ
यह राशिफल सूर्य या चन्द्र राशि पर आधारित न होकर लग्न पर आधारित है तथा बहुत ही सामान्य आधार पर है अतः किसी विशेष परिस्थिति में अपनी कुंडली की जाँच कराकर ही किसी निष्कर्ष पर पहुंचे . अच्छे या बुरे परिणाम आपकी वर्तमान दशा- अंतर दशा पर निर्भर करते हैं.
मेष: शिक्षा और संतान में समस्या , आय में भी कठिनाई
वृषभ: भाग्य अवरोध , कार्य स्थल पर समस्या
मिथुन: अपमान और शारीरिक कष्ट
कर्क: जीवन साथी को कष्ट और धन हानि
सिंह: आवेश में गलत कदम , चोट इत्यादि की सम्भावना , पद हानि
कन्या: शिक्षा में कठिनाई , गलत निर्णय
तुला: पैत्रिक संपत्ति में विवाद , सुख में कमी
वृश्चिक: धोखा , विवाद और पारिवारिक कष्ट
धनु: स्वजनों से विरोध , आर्थिक अनियमितता , वाणी दोष
मकर : धन हानि , मानसिक अवसाद
कुम्भ: मस्तक पर चोट की संभावना , पिता को कष्ट और जीवन साथी से विवाद या कष्ट
मीन: सुदूर यात्रा , परदेश गमन , अत्यधिक व्यय , मन अनियंत्रि
शुभम भवतु
पं. दीपक दूबे (View Profile)