लग्न कुंडली में चन्द्रमा के स्थान से किसी की भी मन की स्तिथि , माता के साथ सम्बन्ध, भावनाओं, संवेदनाओं, मनोदशाओं कल्पनाओं, दूरदर्शिता, आंखें, प्रेम, सुरक्षा, विकास, लोकप्रियता,व्यय्हार, संवेदनशीलता आदि का ज्ञान होता है. नीच का चन्द्रमा विपरीत परिणाम देने में सक्षम है जैसे मानसिक असंतुलन, अयोग्यता, देरी, बाधाएं असहायता और विषाद आदि । दूषित चंद्रमा स्वास्थ सम्बन्धी समस्याएं जैसे छाती की समस्याओं , मानसिक तनाव, आदि भी दे देता है.
नीच का चन्द्रना या दूषित चन्द्रमा के बुरे प्रभावों को कम करने के लिए वैदिक चन्द्र शांति अनुष्ठान ही एकमात्र उपाय है.
चन्द्र शांति अनुष्ठान में चन्द्र मंत्र जप, स्तुति और यज्ञ किया जाता है. वैदिक चन्द्र शांति अनुष्ठान में शुभ महूर्त, दिशा, हवन समिधा का विशेष ध्यान दिया जाता है ताकि दूषित चंद्रमा के नकारात्मक प्रभावों को अधिक से अधिक घटाया जा सके.
अनुष्ठान (एक दिवसीय) | 11000 मंत्र जप +हवन | Rs. 7100/- | Request Now |
अनुष्ठान (आठ दिवसीय) | 49840 मंत्र जप +हवन | Rs. 21000/- | Request Now |